छत्तीसगढ़ में 11 दिसम्बर से चल रही सहायक शिक्षकों की हड़ताल भी खत्म हो गई है। हड़ताली शिक्षकों के संगठन के पदाधिकारी मंगलवार रात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिले। मुख्यमंत्री के समझाने के बाद संगठन हड़ताल वापस लेने को तैयार हो गया। 29 दिसम्बर से सभी शिक्षक अपने स्कूलों में लौट आएंगे।
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा और कार्यकारी अध्यक्ष सी.डी. भट्ट की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिला। मुख्यमंत्री ने सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारियों से स्कूली बच्चों के अध्ययन-अध्यापन का नुकसान न होने देने की समझाइश दी।
मुख्यमंत्री के समझाने के बाद फेडरेशन के पदाधिकारी हड़ताल वापस लेने पर तैयार हो गए। उन्होंने 29 दिसम्बर से स्कूलों में अध्यापन फिर से शुरू करने की घोषणा की। इस प्रतिनिधिमंडल में सिराज बख्त, सुखनंदन यादव, बसंत कौशिक और राजकुमार यादव आदि शामिल थे। बाद में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया, फेडरेशन पदाधिकारियों ने उनसे मुलाकात के बाद हड़ताल वापस ले लिया है।
वेतन विसंगति के खिलाफ था आंदोलन
पिछले 18 दिनों से रायपुर में शिक्षकों का यह आंदोलन वेतन विसंगति दूर करने की मांग पर था। शिक्षकों ने बताया कि प्रदेश में शिक्षकों को अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है। वर्ग 2 के शिक्षकों को शिक्षक एलबी कहा जाता है, जिनका ग्रेड पे 4400 रुपए निर्धारित है। वहीं वर्ग 3 में काम करने वाले शिक्षकों को सहायक शिक्षक एलबी कहा जाता है, जिनका ग्रेड पे 2400 रुपए निर्धारित है। इसके चलते वर्ग 2 और वर्ग 3 के सहायक शिक्षकों के वेतन में प्रति माह लगभग 12 हजार रुपए का अंतर आ जाता है। सहायक शिक्षकों की मांग है कि इस अंतर को कम कर एक हजार से दो हजार रुपए तक किया जाए।